एसएएफ का नहीं, इंदौर पुलिस के पांच वादकों का बैंड ही आया

भगवान महाकालेश्वर की कार्तिक-अगहन की सोमवार को निकली चौथी सवारी में इंदौर पुलिस का पांच सदस्यीय बैंड ही आ सका। एसएएफ का बैंड नहीं आया। अब पुलिस दावा कर रही है कि 25 नवंबर को निकलने वाली शाही सवारी में एसएएफ का पूरा बैंड आएगा। इधर उज्जैन पुलिस का बैंड समाप्त होने की कगार पर है। बैंड के दो सदस्य ही बचे हैं दो-तीन महीने में रिटायर हो जाएंगे। इस कारण आगामी श्रावण की सवारियों के लिए सरकारी बैंड के लिए इंदौर का ही सहारा रह जाएगा। भगवान महाकालेश्वर की सवारी में पुलिस बैंड लगाने की परंपरा है।



 


माना जाता है कि महाकाल राजाधिराज के रूप में नगर भ्रमण करते हैं। इस कारण सवारी में सशस्त्र पुलिस बल की टुकड़ी, घुड़सवार सेना और पुलिस बैंड लगता है। उज्जैन पुलिस बैंड में दो ही सदस्य बचे हैं, वे जल्द रिटायर हो जाएंगे। इसके बाद उज्जैन पुलिस का बैंड समाप्त हो जाएगा क्योंकि नई भर्ती नहीं की जा रही। दोनों सदस्य वृद्ध होने से पूरी सवारी में चल नहीं पाते, इसलिए इंदौर से पुलिस या एसएएफ का बैंड बुलाया जा रहा है।